दूर नगरी रे बड़ी दूर नगरी लिरिक्स - Dur Nagari Re Badi Dur Nagari Lyrics
दूर नगरी रे बड़ी दूर नगरी लिरिक्स
दूर नगरी रे बड़ी दूर नगरी
कैसे आऊं मैं कन्हैया
तेरी गोकुल नगरी
बड़ी दूर नगरी
रात में आऊं तो कान्हा,
बड़ी दूर नगरी
रात में आऊं तो कान्हा,
डर मोहे लागे
दिन में आऊं तो,
दिन में आऊं तो,
देखे सारी नगरी
बड़ी दूर नगरी
सखी संग आऊं कान्हा,
बड़ी दूर नगरी
सखी संग आऊं कान्हा,
शर्म मोहे लागे
अकेली आऊं तो
अकेली आऊं तो
भूल जाऊ डगरी
बड़ी दूर नगरी
धीरे धीरे चालूँ कान्हा,
बड़ी दूर नगरी
धीरे धीरे चालूँ कान्हा,
कमर मोरी लचके
झटपट चालूँ तो
झटपट चालूँ तो
छलकाए गगरी
बड़ी दूर नगरी
बड़ी दूर नगरी
दूर नगरी रे बड़ी दूर नगरी
Song : Dur Nagri Re Badi Dur Nagri
कैसे आऊं मैं कन्हैया
तेरी गोकुल नगरी
बड़ी दूर नगरी
बड़ी दूर नगरी
Album : Ram Bharosho
Singer : Master Rana
दूर नगरी रे बड़ी दूर नगरी भजन लिरिक्स
Dur Nagari Re Badi Dur Nagari Bhajan Lyrics hindi
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